Founder Members

1. स्व0 श्री कन्हैया लाल राय साहब जी (संस्थापक कन्हैया लाल ट्रस्ट)

महाविद्यालय के संस्थापक स्व0 राय साहब कन्हैयालाल जी का जन्म जन्माष्टमी के दिन 14 अगस्त 1870 को हुआ। पिता की असामयिक मृत्यु के पश्चात् मात्र 16 वर्ष की आयु से ही कन्हैयालाल जी ने उनका कार्यभार संभाला। वे आर्यसमाजी विचारधारा से प्रभावित थे। उनकी छवि एक शिक्षा प्रेमी, समाजसेवी व जनप्रिय व्यक्ति की रही है, सरकार द्वारा सन् 1937 में उन्हें राय साहब की उपाधि से अलंकृत किया गया। सन् 1951 तक वे राजवंशी सभा के प्रधान भी रहे। आपने सन् 1936 में कन्हैयालाल ट्रस्ट की स्थापना की, जिसके अन्तर्गत उन्होंनें रुड़की में बालकों की शिक्षा के लिए के0एल0डी0ए0वी0 इंटर काॅलेज, युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा देने के उद्देश्य से के0एल0 पाॅलीटेक्निक (सन् 1956) तथा विज्ञान विषयों में उच्च शिक्षा की मांग को देखते हुए के0एल0 डी0ए0वी0 डिग्री काॅलेज (सन् 1960) की स्थापना की। जिसमें सन् 1964 में अच्छे शिक्षकों की आवश्यकता को दृष्टिगत रखकर बी0एड0 का पाठ्यक्रम भी सम्मिलित किया गया। इस प्रकार कन्हैयालाल जी ने तीनों संस्थाओं की नींव रखकर शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। 12 फरवरी 1969 को आपने इस संसार से विदा ले ली।

2. स्व0 श्री ईश्वर दयाल (संस्थापक प्राचार्य)

महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य स्व0 श्री ईश्वर दयाल जी का जन्म 21 सितम्बर 1909 ई0 को लिब्बरहेड़ी में हुआ था, इन्होंने राजकीय हाईस्कूल रुड़की से हाईस्कूल व वाराणसी विश्वविद्यालय से इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। सन् 1934 में इलाहाबाद से इन्होंने बी.ए., 1936 में एम.ए., 1937 में एल.एल.बी. किया। सन् 1939 में एल.टी. करने के पश्चात् के.एल.डीवी. स्कूल में एक दीक्षित अध्यापक के तौर पर इन्होंने कार्यभार संभाला। इनका सम्पूर्ण जीवन शिक्षा और शिक्षा प्रेमियों की सेवा में ही बीता, 1950 में के.एल.डी.ए.वी. विद्यालय को इण्टर काॅलेज की मान्यता मिली। इसी विद्यालय की एक शाखा के रूप में 1956 में के.एल.टी.आई. की स्थापना की गयी जो 1963 में के.एल.पाॅलिटेक्निक के स्वरूप में उदीयमान हुआ। निरन्तर कई वर्षों के उपरान्त 1960 में के.एल.डी.ए.वी. (स्नातकोत्तर) महाविद्यालय की स्थापना की गयी जो बी0एस0सी0 कक्षाओं के संचालन से प्रारम्भ हुआ, अपने कार्यकाल में कई सम्मानित पदों पर इन्होंने कार्य किया एवं शिक्षा के प्रसार व प्रचार हेतु कार्य किया। 28 मई 1972 को आप इस संसार को अलविदा कह चले।

3. स्व0 श्री सुरेन्द्र कुमार गर्ग (भूतपूर्व सचिव, प्रबन्ध समिति)

वैज्ञानिक, समाजसेवी, शिक्षा प्रेमी एवं छात्र हितैषी श्री सुरेन्द्र कुमार गर्ग जी का जन्म 14 जून 1930 को पैतृक गांव लिब्बरहेड़ी, जनपद हरिद्वार में श्री ईश्वर दयाल एवं श्रीमति विमला देवी (सुपौत्री स्व0 राय साहब कन्हैयालाल जी) के घर हुआ। अपने आरम्भिक जीवन की शुरुआत आपने गणेश वाटिका में अपने परनाना राय साहब जी के सानिध्य में रहकर की। आपने मैट्रिक परीक्षा के0एल0 डी0ए0वी0 इंटर काॅलेज रुड़की से, इंटरमीडिएट एस0 डी0 इंटर काॅलेज, मुजफ्फरनगर से तथा जीवविज्ञान में स्नातक परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से पास की। आपने सी0बी0आर0आई0, रुड़की में वैज्ञानिक पद पर कार्य किया तथा 30 जून, 1995 को सेनानिवृत्त हुए। राय साहब के जीवन एवं आदर्शों का अनुकरण करते हुए आपने कन्हैयालाल ट्रस्ट द्वारा स्थापित शैक्षिक संस्थाओं के विकास हेतु अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। के0एल0डी0ए0वी0 डिग्री काॅलेज को स्नातकोत्तर महाविद्यालय बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आपने कन्हैयालाल ट्रस्ट द्वारा स्थापित तीनों ही संस्थाओं में समय-समय पर अपनी सेवायें एवं निर्देशन प्रदान किया, जो वर्तमान में भी इन शैक्षिक संस्थाओं का मार्गप्रशस्त कर रही हैें। 19 अगस्त 2003 को आप इस संसार से विदा हो गए।